۲ آذر ۱۴۰۳ |۲۰ جمادی‌الاول ۱۴۴۶ | Nov 22, 2024
पत्रिका का विमोचन

हौज़ा / भारत के लिए वली ए फ़क़ीह के प्रतिनिधि हुज्जतुल इस्लाम वल मुस्लेमीन मेहदी महदवीपुर ने अपने हाथों से पत्रिका का विमोचन किया। उन्होंने पत्रिका के विमोचन के अवसर पर युवाओं को सलाह दी। उन्होंने कहा कि उन्हें युवाओं के मूल्य को पहचानना चाहिए, इसे व्यर्थ नहीं जाने देना चाहिए बल्कि अल्लाह की आज्ञाकारिता में रहना चाहिए।

हौज़ा न्यूज़ एजेंसी की रिपोर्ट के अनुसार लखनऊ / मकसद हुसैनी इंस्टीट्यूशन द्वारा प्रकाशित त्रैमासिक पत्रिका 'मकसदे हुसैनी' का विमोचन किया गया। भारत के लिए वली फकीह के प्रतिनिधि हुज्जतुल इस्लाम वल मुस्लेमीन मेहदी महदवीपुर ने पत्रिका के विमोचन की अध्यक्षता की। उन्होंने पत्रिका के विमोचन के अवसर पर युवाओं को सलाह दी। उन्होंने कहा कि उन्हें युवाओं के मूल्य को पहचानना चाहिए, इसे व्यर्थ नहीं जाने देना चाहिए बल्कि अल्लाह की आज्ञाकारिता में रहना चाहिए।

इस अवसर पर मकसदे हुसैनी इंस्टीट्यूशन के अध्यक्ष और पत्रिका के प्रधान संपादक मौलाना सैयद रज़ा हुसैन रिज़वी ने कहा कि संगठन द्वारा हर तीन महीने में पत्रिका का प्रकाशन किया जाता है। यह पत्रिका पहले केवल उर्दू भाषा में थी लेकिन समय की आवश्यकता को देखते हुए इसे हिंदी में भी प्रस्तुत किया जा रहा है और भविष्य में इसे अंग्रेजी भाषा में भी प्रकाशित किया जाएगा। पत्रिका के प्रबंध संपादक जनाब अजमत अली की सेवाओं की सराहना करते हुए उन्होंने कहा कि वह बहुत ही विद्वतापूर्ण कार्य कर रहे हैं। उन्होंने अजमत अली के धार्मिक उत्साह की भी सराहना की।

यह ध्यान दिया जाना चाहिए कि मकसदे हुसैनी संगठन की एक विद्वतापूर्ण त्रैमासिक पत्रिका है जो दो भाषाओं में प्रकाशित होती है। पत्रिका के विमोचन के मौके पर शहर के विभिन्न विद्वान मौजूद थे। मौलाना सरकार हुसैन, मौलाना तसनीम मेहदी, मौलाना जावेद, मौलाना एजाज मेहदी, मौलाना सक़लैन बाकरी, मौलाना शाहिद हुसैन, मौलाना शहाब, मौलाना अली रजा अश्तर, मौलाना अजमत अली, जनाब जमान अब्बास, जनाब एस. एम. अमन के अलावा जनाब शाज रिजवी, जनाब कामिल, जनाब शेख कामिल, जनाब शेख जैन, जनाब तौहीद, जनाब सैयद जवाद, संगठन के अन्य सदस्य भी उपस्थित थे।

टैग्स

कमेंट

You are replying to: .